१५ सितम्बर, २०१० का दिन एक स्मरणीय दिन बन गया। मेरे द्वारा लिखी किताब "किस राह मुझे जाना है "तथा काव्य संग्रह "मन की मनीषा " का विमोचन माननीय श्री संदीप कालरा जी के द्वारा किया गया। श्री कालरा साहब स्वयं कवी एवं साहित्य प्रेमी हैं। उनके मन के भाव बहुत सहज एवं सरल होते हुए भी बहुत गहरे एवं गूढ़ होते हैं। इस अवसर पर माननीय श्री रमण मलिक साहब, एस वी सावंत साहब तथा बी पी सी एल के अन्य कई अधिकारी गन उपस्थित थे।
Monday, September 20, 2010
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